मैं तो एक 'काल्पनिक' पात्र हूँ साहब कृपया मुझे 'वास्तविक्ता' से मत जोड़ो। मैं तो एक 'काल्पनिक' पात्र हूँ साहब कृपया मुझे 'वास्तविक्ता' से मत जोड़ो।
त्याग चिंता पराजय की, कुरुक्षेत्र को प्रस्थान कर। त्याग चिंता पराजय की, कुरुक्षेत्र को प्रस्थान कर।
माँ तो माँ होती है, ओ प्यारी माँ, ओ मेरी भोली माँ। माँ तो माँ होती है, ओ प्यारी माँ, ओ मेरी भोली माँ।
मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कराहट की खातिर मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कर...
देश का वो था अनमोल दीपक जो बाबा साहब कहलाया था। देश का वो था अनमोल दीपक जो बाबा साहब कहलाया था।
बाँस की हँस कर दोहरी होती टहनियाँ,जब बाँसुरी बन सजती हैं,कहती हैं व्यथा बिछोह की,किसी गडरिये के होठो... बाँस की हँस कर दोहरी होती टहनियाँ,जब बाँसुरी बन सजती हैं,कहती हैं व्यथा बिछोह की...